गुर्जर धरोहर समथर स्टेट
- infogurjarnirdesha
- Jun 21, 2024
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Updated: Aug 6, 2024
सत्रहवीं सताब्दी में बुंदेलखंड अत्यंत छोटे छोटे राज्यों में विभक्त था। दतिया के भगवान राय के काल में (संवत १६२६-१६५६)

समथर_राज्य अस्तित्व में आया। दतिया के महाराजा इन्द्रजीत सिंह के शासन काल में समथर राजधर की उपाधि से खटाणा गुर्जर राज्य की स्थापना हुयी। मर्दन सिंह को समथर की किलेदारी सौपी गयी और समथर स्टेट धीरे धीरे दतिया के अधीन सुद्रढ़ राज्य के रूप में स्थापित हो गया। कई शासकों ने इस राज्य की प्रगति में योगदान दिया। झाँसी गजेटियर के अनुसार, जो इस बात की पुष्टि भी करता है कि समथर के स्वतंत्र राज्य की नीव चंद्रभान वीर गुर्जर और उनके पोते मदन सिंह, दतिया के राजा के द्वारा डाली गई थी।
1- श्री नौने शाह (1735-1740)
2- श्री मदन सिंह जूदेव (1740-1745)
3- श्री राजधर विश्हना सिंह (1745-1790)
4- श्री राजा देवी सिंह जूदेव (1791-1800)
5- श्री राजा_रणजीतसिंह (प्रथम) (1800-1815)
6- श्री राजा रणजीत सिंह (द्वितीय) (1815-1827)
7- श्री महाराजा हिन्दू पति जूदेव (1827-1858)
8- श्री महाराजा चतुर सिंह जूदेव (1865-1896)
9- श्री महाराजा वीर सिंह जूदेव (1896-1935)
10- श्री महाराजा राधाचरण सिंह जूदेव (1935-1944)
11- श्री महाराजा रणजीत सिंह जूदेव (तृतीय ) (1944-2023)
इतिहास - झाँसी क्रांति के समय में समथर राज्य अंग्रेजों के अधीन था। झाँसी क्रांति के पूर्व से ही समथर राज्य मराठों की उदीयमान शक्ति का सहयोगी रहा है!
रणजीत सिंह जूदेव एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रतिनिधि, वे उत्तर प्रदेश राज्य के गरौठा से चुने गए थे। वे छह बार विधान सभा के सदस्य रहे। वह महाराजा राधा चरण सिंह के पुत्र थे, जो ब्रिटिश राज में खटाना राजवंश के समथर रियासत के अंतिम शासक थे।
बुंदेलखंड झांसी की पूर्व रियासत समथर के अंतिम राजा राधाचरण सिंह के बेटे और कांग्रेस नेता महाराजा रणजीत सिंह जूदेव (73) 8 मार्च 2023 को निधन हो गया । वह जनसत्ता दल के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के सगे मामा थे। यूपी के पूर्व गृहमंत्री रह चुके जूदेव का निधन 8 मार्च 2023 बुधवार को लखनऊ स्थित आवास पर हुआ। वे झांसी की गरौठा विधानसभा से सात बार विधायक और एक बार एमएलसी रहे हैं। प्रतापगढ़ की कुंडा सीट से विधायक और भदरी रियासत के राजा भैया अपने मामा के अंतिम दर्शन के लिए झांसी पहुंचे। 9मार्च 2023 गुरुवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।

वसुंधरा राजे के समधी थे जूदेव
रणजीत सिंह जूदेव यूपी सरकार में गृहराज्य मंत्री, लोकनिर्माण मंत्री, नगर विकास राज्य मंत्री और वन राज्य मंत्री के रूप में काम कर चुके थे। जूदेव का एक बेटा समरजीत और बेटी निहारिका है। निहारिका की शादी राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की बेटे दुष्यंत से हुई है। पिछले कुछ समय से उनकी तबीयत खराब चल रही थी। उनका जन्म 2 अगस्त, 1944 को समथर में हुआ था। बीमार होने की वजह से वह कुछ समय से लखनऊ स्थित आवास पर ही रह रहे थे।
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